Love Shayari Tere Liye : Love Poetry By Osheen Khan

 


Aankh ke paani ko kabz kr loon 'Tere Liye' Ek muskaan zaroori kr loon 'Tere Liye' Ishq se jo pyaar kiya jaata hai, wo pyaar kr loon 'Tere Liye'
Tu kahe intezaar kr, to main intezaar kr loon Tere Liye "Tere Liye"
Kuch auro ko paraya aur kuch parayo ko apna kr loon tere liye Galat hoon main to samjaha lena mujhe Galat ho tum to samjha loongi main Is samajh ko paida kr loon tere liye
Safar lamba hoga ye Ta-Umra ka Mera haath bas ek baar thamna Zindagi bhar thaame rahoongi main use tere liye
Tera saath lazaami jaise mere liye Mera saath hoga saath tere tere liye Sirf "Tere liye"


आँख के पानी को क़ब्ज़ कर लूँ 'तेरे लिए'
एक मुस्कान ज़रूरी क्र लून 'तेरे लिए'
एक मुस्कान ज़रूरी क्र लून 'तेरे लिए'
इश्क़ से जो प्यार किया जाता है, वो प्यार कर लूँ 'तेरे लिए'
तू कहे इंतज़ार कर, तो मैं इंतज़ार कर लूं तेरे लिए
"तेरे लिए"
कुछ औरों को पराया और कुछ परयो को अपना कर लूं तेरे लिए
गलत हूँ मैं तो समजहा लेना मुझे
गलत हो तुम तो समझा लूँगी मैं
इस समझ को पैदा कर लूं तेरे लिए
सफ़र लम्बा होगा ये ता-उम्र का
मेरा हाथ बस एक बार थामना
ज़िन्दगी भर थामे रहूंगी मैं उसे तेरे लिए
तेरा साथ लज़ामी जैसे मेरे लिए
मेरा साथ होगा साथ तेरे तेरे लिए
सिर्फ "तेरे लिए"



Written By Osheen Khan "Oshi"

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