Love Shayari Tera Saath : A Love Poetry By Osheen Khan "Oshi"

Tera Saath : A Love Poetry 

 
मुझसे दूर मत होना कभी

चाह्ती नहीं ये मैं,

भले से न मिलो कभी पर

ज़िन्दगी में रहना मेरी शामिल

एक दोस्त की तरह ही सही

हमसफर भले न बनो

तुम्हे खोना नहीं चाहती

मुझसे दूर मत होना कभी

तेरे दर्द को महसूस करने लगी

क्या वाकई मैं भी प्यार करने लगी

By Osheen Khan "Oshi"

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